अंजुमन कमेटी की लापरवाही से ब्यावरा की ईदगाह मस्जिद हो रही भारी अनदेखी का शिकार
ब्यावरा की एकमात्र ईदगाह मस्जिद
वक़्फ़ अंजुमन कमेटी द्वारा की जा रही भारी अनदेखी के कारण
दुर्दशा का शिकार हो रही है। ईदगाह मस्जिद में मुस्लिम समाज की साल की दो सर्वाधिक महत्वपूर्ण ईद की नमाज़ें मुस्लिम धर्मावलम्बियों द्वारा अदा की जाती हैं। ब्यावरा राजगढ़ ज़िले का महत्वपूर्ण व्यावसायिक नगर है। जहां अच्छी खासी मुस्लिम आबादी है। ग्रामीण क्षेत्र के
मुसलमान भी ईद की नमाज़ें यहीं अदा करते हैं। पर ब्यावरा मुस्लिम अंजुमन कमेटी जिसके कंधों पर ईदगाह मस्जिद व कब्रिस्तान की देखरेख की जवाबदारी है। वो अपने दायित्व के प्रति जागरूक नही है। इसको लेकर नगर के मुसलमानों में निराशा व्याप्त है। कई सालों पुरानी ईदगाह मस्जिद की ऊंची मीनारों में पुरानी होने के कारण दरारें आगई हैं। वो आगे की ओर झुक भी गई हैं। इनके कभी भी गिर जाने का अंदेशा बना हुआ है। लेकिन अंजुमन कमेटी ब्यावरा ने इन मीनारों की मरम्मत भी नही कराई है।ईदगाह मस्जिद की साफ़ सफाई के लिए कोई कर्मचारी नियुक्त नही किया गया जो मस्जिद की नियमित देखरेख व सफ़ाई करता रहे।मस्जिद के आसपास अतिक्रमण भी लगातार बना हुआ है। अभी लगभग सप्ताह भर से बाहर से सामान बेचने आए कुछ लोगों ने मस्जिद के सामने व आसपास डेरा जमा लिया है ये लोग वहीँ नहाना धोना खाना बनाना सोना कर रहे हैं। अपने कपड़े बिस्तर भी धोकर मस्जिद की दीवारों पर ही सुखा रहे हैं। मस्जिद के अंदर बाहर गन्दगी फेल रही है।ऐसे पवित्र उपासना स्थल पर यह सब किया जाना ठीक नही है। कुछ लोगों ने इस पर आपत्ति भी ज़ाहिर की है,
इस सम्बंध में अंजुमन कमेटी ब्यावरा के सदर शमीम अहमद को अवगत कराया तो
उनका कहना था कि इस संबंध में उन्हें कोई जानकारी नहीं है अंजुमन सदर का यह भी कहना है कि मस्जिद के आसपास अपने कुछ लोग काम करते हैं जो फोन करके अंजुमन को किसी भी प्रकार की कोई गतिविधि मस्जिद के आसपास हो तो उसकी खबर दे देते हैं लेकिन इस विषय पर ना तो अंजुमन के पास किसी प्रकार की कोई जानकारी किसी फोन के जरिए आई नाही मस्जिद के आसपास गंदगी कर रहे लोगों को हटाना या गंदगी करने से रोकने को समझाया नहीं गया
इनका कहना है
उनको कोई किराए पर नही रखा है मुझे इसकी जानकारी नहीं है में खुद जाकर देख लेता हु वहा कोन लोग हैं और कहा से आये है।
शमीम अहमद, सदर वक्फ अंजुमन कमेटी ब्यावरा